आपके बच्चों को पढ़ाने में हमदर्दी और दया का महत्व

दुनिया की हाल की स्थिति से बच्चों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। हर चीज बंद हो जाने के कारण बच्चों को मजबूरी में अपने क्लासरूम, दोस्तों और पढ़ाई के परिवेश से दूर होना पड़ा। जानकारी के लिए सुरक्षित जगह तैयार करने की जवाबदारी तकनीक से जद्दोजहद करते हुए सहायक शिक्षा परिवेश तैयार करने के लिए टूल्स के साथ खुद को अवगत करने की कोशिश करने वाले माता-पिता पर आ गई।

 

जब माता-पिता अनजानी परिस्थितियों में अपना रास्ता बना रहे हैं, तो याद रखें कि हमदर्दी और दया दिखाना बहुत जरूरी है। यहाँ तक कि प्रशिक्षित शिक्षकों को भी अपने खुद के बच्चों को पढ़ाने में परेशानी होती है। दूर से पढ़ाई करते हुए उन्हें ध्यान केन्द्रित करने, रूचि रखने और संतुलन बनाए रखने में मदद के लिए आप निम्न चीजें कर सकते हैं:

 

  1. संगत प्रतिक्रिया: अपने मध्य प्रतिक्रिया के लूप को संगत और विनम्र रखें। माता-पिता को अपने बच्चों पर थोड़ी नरमी बरतनी चाहिए। यही बात तब लागू होती है जब शिक्षक स्टूडेंट्स से वार्तालाप करते हैं। प्रभावी प्रतिक्रिया लूप से प्रगति पर नजर रखने में मदद मिलती है।
  2. थोड़ा विराम लें: शैक्षिक जगह और घर एक-दूसरे के साथ टकराने के कारण, कुछ बढ़िया समय बिताने और मन शांत करने के लिए विराम लेना बहुत जरूरी है। इससे माता-पिता और बच्चों दोनों को अपना तनाव कम करने में मदद मिलेगी।
  3. सहनशील बनें: हर बच्चा एक अलग रफ्तार से सीखता है। मुश्किल विषयों के संबंध में सहनशील बनें और धैर्य रखें और उन्हें निःसंकोच प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें।
  4. प्रेरणा दें: प्रेरणा से बच्चों और माता-पिता को एक-दूसरे के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने में मदद मिलती है और इससे आत्म जागरूकता भी बढती है। जब आपका बच्चा आख़िरकार लोगों के साथ दोबारा घुलने मिलने लगेगा तब इससे आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

 

अपने अनुभवों से आगे बढ़ने हेतु बच्चों और माता-पिता के लिए हमदर्दी भरा और दयालु परिवेश तैयार करने के बारे में ज्यादा जानने के लिए हमारे वेबिनार में शामिल हो जाएँ।