सुदूर शिक्षा के दौरान बच्चों के सफल होने के पीछे का कारण

2020 में वैश्विक महामारी के कारण हमें शिक्षा और पढ़ाने के एक नए तरीके- सुदूर शिक्षा के बारे में पता चला। स्टूडेंट्स ने अपने घर की सुविधा में क्लासेस अटेंड की जिसने क्लासरूम के साथ-साथ पढ़ाने की तकनीकों को पुनः परिभाषित किया। इस कठोर बदलाव से अचरज में डालने वाला जो फायदा सामने आया है वह यह है कि स्टूडेंट्स सुदूर शिक्षा के दौरान सफल हो रहे हैं। नीचे कुछ कारक दिए गए हैं जिससे यह मुमकिन हो सका:

1. स्कूल के शेड्यूल में नम्यता के कारण स्टूडेंट्स को अपने स्कूल का काम करने के ज्यादा विकल्प मिलते हैं। चूँकि वे कीमती उपयोगी समय बचा रहे हैं, इसलिए वे आरामदायक तरीके से अपना काम कर सकते हैं। इससे उन्हें पढ़ाई के अलावा दूसरी रुचियों की ओर ध्यान देने में भी आसानी होती है।

2. सहानुभूति का स्तर बढ़ने के कारण टीचर्स कोर्सवर्क और ग्रेडिंग में ज्यादा उदार बन गए। टीचर्स घर से शिक्षा की संरचना और व्यापक अपक्षपात समस्याओं के प्रति ज्यादा अनुकूल हो गए हैं जिससे ज्यादा तनाव-मुक्त वातावरण मिलता है।

3. टीचर्स और स्टूडेंट्स दोनों ही सुबह-सुबह जल्दी जागकर शिक्षा के लिए दूर यात्रा करने में लगने वाला कीमती वक्त बचा पा रहे हैं। इससे उनकी पर्याप्त नींद होती है और आराम मिलता है, जिससे उत्पादकता का स्तर बढ़ता है और तनाव का प्रभावी तरीके से प्रबंधन होता है।

भले ही क्लासरूम में पढ़ना स्टूडेंट्स के लिए एक-दूसरे के साथ जुड़ने का एक बढ़िया तरीका था, लेकिन सुदूर शिक्षा स्टूडेंट्स और टीचर्स दोनों में ही आत्मविश्वास की नई तरंग उत्पन्न कर रही है। संचार में आसानी और शिक्षा के नए टूल्स के उपयोग से स्टूडेंट्स को क्लास में सतर्क रहने में मदद मिलती है।